Hapur News- गंगा का जलस्तर स्थिर, फिर भी खादर क्षेत्र में चिंता बरकरार
ब्रजघाट (हापुड़)। गंगा नदी का जलस्तर भले ही फिलहाल स्थिर बना हुआ है, लेकिन खादर क्षेत्र से जुड़े गांवों में बेचैनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को जलस्तर में वृद्धि नहीं हुई, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली, परंतु निचले जंगल क्षेत्रों और खेतों में अब भी पानी भरा हुआ है, जिससे फसलों की बर्बादी और पशुओं के चारे का संकट बना हुआ है।
गंगा के उफान का पानी अभी भी निचले क्षेत्रों में फैला हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, धान और मक्का की फसलें बर्बादी की कगार पर हैं, वहीं कई पशुपालकों को पशुओं के लिए हरा चारा जुटाना मुश्किल हो रहा है।
उत्तराखंड में बारिश कम, बिजनौर बैराज से पानी छोड़ने में गिरावट

उत्तराखंड के पहाड़ों में बारिश का क्रम धीमा पड़ने से बिजनौर बैराज से छोड़े जा रहे पानी में कमी आई है, जिसका असर ब्रजघाट क्षेत्र में देखने को मिला। बीते 24 घंटों में गंगा का जलस्तर स्थिर बना हुआ है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि फिलहाल बड़ा खतरा टल गया है।

फिर भी, खादर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों—जैसे गालंद, बैंगट, तिगरिया, गंगनौली, रामनगर आदि—में रहने वाले हजारों परिवारों की चिंता अभी खत्म नहीं हुई है। गांवों की ओर जाने वाले कई कच्चे रास्ते कीचड़ और जलभराव के कारण बंद हैं।
प्रशासन की निगरानी जारी

स्थानीय प्रशासन जलस्तर पर लगातार निगरानी बनाए हुए है। राजस्व व आपदा विभाग की टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। ग्राम प्रधानों और क्षेत्रीय अधिकारियों से प्रभावित परिवारों की सूची और नुकसान का आकलन करने को कहा गया है।