कांवड़ियों की सुरक्षा में नहीं होगी कोई चूक, चार जिलों में तैयार मोबाइल सुरक्षा चक्र

कांवड़ियों की सुरक्षा में नहीं होगी कोई चूक, चार जिलों में तैयार मोबाइल सुरक्षा चक्र
श्रावण मास में आगामी कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। मेरठ मंडलायुक्त ऋषिकेश भास्कर यशोद और डीआईजी कलानिधि नैथानी ने मेरठ परिक्षेत्र के तीन प्रमुख जिलों – मेरठ, हापुड़ और बुलंदशहर में कांवड़ मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
मुख्य बिंदु:
नहर पटरी मार्ग का निरीक्षण:
अधिकारियों ने मेरठ से बुलंदशहर होते हुए जाने वाले नहर पटरी मार्ग का गहन निरीक्षण किया, जो कि कांवड़ियों की आस्था का मुख्य मार्ग है। इस दौरान अंबकेश्वर महादेव मंदिर (अहार) पहुंचकर जलाभिषेक भी किया गया।
सुरक्षा के लिए विशेष इंतज़ाम:
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अस्थायी पुलिस चौकियों की स्थापना
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चौराहों पर बैरिकेडिंग और प्रकाश व्यवस्था
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सभी पुलिसकर्मियों को वर्दी में रहने और संयम बनाए रखने के निर्देश
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संदिग्धों पर कड़ी नजर और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने पर ज़ोर
मोबाइल पुलिस टीमें सक्रिय:
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चारों जिलों (मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, बागपत) में कांवड़ पुलिस मोबाइल टीमें तैनात की जा रही हैं।
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बागपत ने पहले ही टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर मोबाइल टीमें सक्रिय कर दी हैं।
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शेष जनपदों को 48 घंटों में टीम गठन का निर्देश।
भीड़ नियंत्रण से मेडिकल सहायता तक पूरी तैयारी:
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पुलिस बल को व्यवहार-कुशलता और संवेदनशीलता की ट्रेनिंग दी जा रही है।
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यातायात सुगम बनाए रखने और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया पर विशेष बल दिया गया है।
निरीक्षण में शामिल प्रमुख अधिकारी:
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एसपी ग्रामीण मेरठ: राकेश कुमार मिश्रा
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एसपी ट्रैफिक मेरठ: राघवेंद्र मिश्र
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एएसपी हापुड़: विनीत भटनागर
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एसडीएम गढ़: अंकित वर्मा
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एसएसपी बुलंदशहर: दिनेश कुमार सिंह
प्रशासन की स्पष्ट चेतावनी:
“कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही या चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुधारात्मक कार्रवाई तत्काल की जाएगी।”
निष्कर्ष:
इस वर्ष की कांवड़ यात्रा प्रशासन के लिए एक संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है। लेकिन अब तक की तैयारियों और निरीक्षणों से यह स्पष्ट है कि प्रशासन इसे शांति, सुरक्षा और श्रद्धा के साथ संपन्न कराने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है।