
हापुड़/बृजघाट। पौराणिक तीर्थस्थल बृजघाट पर आगामी ज्येष्ठ गंगा दशहरा स्नान पर्व को लेकर जहां प्रशासन तैयारियों में जुटा है, वहीं नगर पालिका परिषद द्वारा नियुक्त पार्किंग ठेकेदार के लठैत कर्मचारियों की मनमानी श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। पार्किंग शुल्क वसूली की आड़ में जबरन वसूली और अभद्र व्यवहार की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं, जिससे पुलिस प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, ठेकेदार के लठैत बृजघाट के प्रमुख प्रवेश मार्गों पर अवैध रूप से बैरीकेड लगाकर जबरन वाहन चालकों और श्रद्धालुओं से निर्धारित दर से अधिक शुल्क वसूलते हैं। कई मामलों में तीर्थयात्रियों के साथ अभद्रता और हाथापाई की भी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जबकि नियमानुसार ठेकेदार केवल पार्किंग स्थलों पर खड़े वाहनों से ही शुल्क वसूल सकता है।
पूर्व में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा द्वारा एक स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से इन हरकतबाज कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई थी और रिपोर्ट भी दर्ज हुई थी। इसके बावजूद ऐसी गतिविधियों पर पूर्ण विराम नहीं लग पाया है।
इस वर्ष 5 जून को मुख्य स्नान पर्व है, और प्रशासन को अनुमान है कि 10 लाख से अधिक श्रद्धालु बृजघाट पहुंच सकते हैं। तीर्थयात्रियों का आगमन 4-5 जून से ही प्रारंभ हो जाएगा और मेला 6 जून तक चलेगा। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुलिस व प्रशासन को इन लठैत कर्मचारियों पर कड़ी निगरानी रखते हुए सख्त कार्यवाही करनी होगी।
जनता और श्रद्धालुओं की ओर से मांग है कि जबरन वसूली और मनमानी पर तत्काल अंकुश लगाया जाए, ताकि गंगा स्नान जैसे पवित्र आयोजन का माहौल सौहार्दपूर्ण और व्यवस्थित बना रहे।
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