
गांव सोही, थाना पहासू क्षेत्र – क्षेत्र के जंगल से सटे इलाके में एक हिरनी पर आवारा कुत्तों ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्रामीणों ने बहादुरी दिखाते हुए हिरनी की जान बचाने का प्रयास किया, लेकिन समय पर पशु चिकित्सक के न पहुंचने के कारण हिरनी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
सोही गांव के पास जंगल में आवारा कुत्तों के झुंड ने एक हिरनी पर हमला कर दिया।
स्थानीय ग्रामीणों ने शोर मचाकर और लाठियों से कुत्तों को भगाकर हिरनी को बचाया।
घायल हिरनी को तुरंत इलाज की जरूरत थी, ग्रामीणों ने पहासू के पशु चिकित्सक को फोन पर कई बार संपर्क किया, परंतु कोई मदद नहीं मिली।
ग्रामीणों ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को बुलाया, पुलिस की PIV टीम मौके पर पहुंची।
लेकिन पशु चिकित्सा विभाग की टीम नहीं पहुंची, जिससे हिरनी की मौके पर ही मौत हो गई।
पशु चिकित्सक की लापरवाही से ग्रामीणों में भारी रोष है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि डॉक्टर समय से पहुंच जाते, तो हिरनी की जान बचाई जा सकती थी।
उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है और पशु चिकित्सा विभाग की उत्तरदायित्वहीनता पर सवाल उठाए हैं।
यदि आप चाहें, तो मैं इस घटना के संबंध में एक शिकायत पत्र, जनहित याचिका, या मीडिया कवरेज के लिए रिपोर्ट तैयार कर सकता हूँ, जिससे प्रशासन पर जवाबदेही तय की जा सके।
यह मामला वन्यजीव संरक्षण, सरकारी सेवाओं की विफलता, और ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा की गंभीर कमी का उदाहरण है।