

हापुड़ में बढ़ते वाहन चोरी के मामलों पर यह घटना एक और उदाहरण है, जो दिखाती है कि चोर किस तरह से मौके का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। घायल व्यक्ति की मदद करने के बजाय उसकी बाइक चोरी कर लेना अपराधियों के बेखौफ होने का संकेत देता है।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच जारी है, लेकिन ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए क्या अतिरिक्त कदम उठाए जा सकते हैं? क्या हापुड़ पुलिस वाहन चोरी रोकने के लिए कोई विशेष अभियान चला रही है?