

Related Stories
May 22, 2025
सेवा भारती का यह प्रयास न केवल बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि उनके मानसिक और आध्यात्मिक विकास में भी सहायक है। सिलाई केंद्र पर हनुमान चालीसा का पाठ कराना एक सकारात्मक पहल है, जो संस्कार और आत्मशक्ति को बढ़ावा देने का कार्य करेगा।
प्रमुख बिंदु:
इस तरह के आयोजनों से बालिकाओं में आत्मविश्वास और सामाजिक जुड़ाव भी बढ़ेगा। यदि इस पहल में योग, ध्यान और अन्य नैतिक शिक्षा को भी जोड़ा जाए, तो यह एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व निर्माण का मंच बन सकता है।