अमरोहा के कार्तिक अग्रवाल ने हैदराबाद में जाकर अपनाया इस्लाम और किया निकाह, दुखी माता-पिता ये बोले
Kartik Aggarwal of Amroha converted to Islam and married in Hyderabad, this is what his saddened parents said
ये मामला धार्मिक परिवर्तन और पारिवारिक भावनाओं से जुड़ा है, जो सामाजिक रूप से संवेदनशील हो सकता है। अमरोहा के हसनपुर के कार्तिक अग्रवाल ने हैदराबाद जाकर इस्लाम धर्म अपनाकर निकाह कर लिया, जिससे उसके माता-पिता बेहद आहत हैं।
मामले के मुख्य बिंदु:
कार्तिक अग्रवाल हसनपुर के एक कपड़ा व्यापारी दीपक अग्रवाल और ममता अग्रवाल का इकलौता बेटा है।
उसने हैदराबाद की एक मुस्लिम युवती से निकाह कर इस्लाम धर्म अपना लिया।
परिवार को इसकी जानकारी तब हुई जब निकाह की तस्वीरें वायरल हुईं।
माता-पिता का आरोप है कि उनका बेटा “लव जिहाद” का शिकार हुआ है।
माता-पिता ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई, ताकि बेटा वापस लौट आए।
क्या हो सकता है आगे?
कानूनी पहलू:
यदि कार्तिक ने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन और निकाह किया है, तो इसे कानूनी रूप से चुनौती देना मुश्किल हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण कानून लागू है, जिसमें जबरन या धोखे से धर्म परिवर्तन कराने पर कार्रवाई होती है।
माता-पिता अगर यह साबित कर पाए कि कार्तिक पर दबाव डाला गया था, तो कानूनी कार्रवाई संभव है।
प्रशासनिक हस्तक्षेप:
यदि परिवार को लगता है कि कार्तिक से जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है, तो वे एसपी या डीएम स्तर पर शिकायत कर सकते हैं।
तहसील दिवस में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस जांच कर सकती है कि धर्म परिवर्तन और निकाह स्वेच्छा से हुआ या किसी दबाव में।
सामाजिक और पारिवारिक दृष्टिकोण:
कार्तिक अगर अपने निर्णय पर अडिग है, तो परिवार के लिए यह एक भावनात्मक संघर्ष होगा।
ऐसे मामलों में समाज और परिवार के बीच सामंजस्य बिठाने के प्रयास किए जा सकते हैं, ताकि विवाद ज्यादा ना बढ़े।
इस पर आपकी राय क्या है?
क्या आपको लगता है कि यह मामला जबरन धर्म परिवर्तन का है, या फिर दो बालिग लोगों का व्यक्तिगत निर्णय?
क्या परिवार और प्रशासन को इसमें कोई कानूनी कदम उठाने चाहिए?