

यह टेक्नोब्लास्ट 4.0 वास्तव में हापुड़ के छात्रों के लिए एक शानदार मंच साबित हुआ, जहां उन्होंने अपनी तकनीकी और रचनात्मक क्षमताओं को प्रदर्शित किया। डिजिटल म्यूजियम, वेटर रोबोट, ड्रोन टैक्सी, स्मार्ट ग्लास जैसे प्रोजेक्ट्स दिखाते हैं कि बच्चे नई तकनीकों को न केवल समझ रहे हैं, बल्कि उन्हें इनोवेटिव तरीके से उपयोग भी कर रहे हैं।
विशेष रूप से दृष्टिहीन लोगों के लिए बनाए गए स्मार्ट ग्लास का विचार सराहनीय है, जो समाज में वास्तविक परिवर्तन ला सकता है। इस तरह के आयोजनों से छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित होती है और वे भविष्य की तकनीकों को अपनाने के लिए तैयार होते हैं।
अगर हापुड़ में अन्य स्कूलों में भी इस तरह के टेक इवेंट आयोजित हो रहे हैं या बच्चों के नवाचार को प्रमोट करने के लिए कोई सरकारी या निजी योजना चल रही हो, तो यह जानना दिलचस्प रहेगा। क्या आप ऐसे आयोजनों की अधिक जानकारी चाहते हैं?