

यह घटना हापुड़ के ततारपुर क्षेत्र में एक बड़ा हादसा होने से बचने का उदाहरण है। गाड़ी की अनियंत्रित होने और 5-6 पलटी खाने के बावजूद गनीमत रही कि दोनों सवारों को मामूली चोटें आईं और उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचा दिया गया। हादसा उस समय हुआ जब गाड़ी मेरठ से बुलंदशहर जा रही थी और ततारपुर गोल चक्कर के पास नियंत्रण खो बैठी। आसपास के लोगों का त्वरित प्रतिक्रिया से दोनों सवारों की जान बची।
यह घटना सड़क सुरक्षा के महत्व को फिर से सामने लाती है, खासकर तेज रफ्तार और अनियंत्रित गाड़ियों के संदर्भ में। क्या इस मामले पर आपके पास कुछ और सवाल हैं या सड़क सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर चर्चा करना चाहेंगे?