

यह घटना बेहद दर्दनाक और चिंताजनक है, जो हापुड़ जिले में बंदरों के बढ़ते आतंक को दर्शाती है। श्रीनगर क्षेत्र में बंदरों ने एक बच्ची और उसकी मां पर हमला किया, जिससे बच्ची की आंख में गंभीर चोट आई और मां का पैर टूट गया। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि जब तक प्रशासनिक और स्थानीय अधिकारी सख्त कदम नहीं उठाते, तब तक आम लोग ऐसे हादसों का शिकार होते रहेंगे।
स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार शिकायत करने के बावजूद, जिम्मेदारों की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जो इस स्थिति को और भी गंभीर बनाता है। बंदरों और आवारा कुत्तों का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, और इस पर उचित कार्रवाई ना होने से लोगों में गुस्सा और निराशा है। यह निश्चित रूप से एक बड़ी प्रशासनिक लापरवाही है, जो अब तक बरकरार है।
स्थानीय निवासियों की यह मांग बिल्कुल सही है कि जल्द से जल्द बंदरों और कुत्तों को पकड़ा जाए ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। अधिकारियों को इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करना चाहिए, ताकि लोगों को सुरक्षा मिल सके और इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके।