बॉडी में इस विटामिन की कमी है, माइग्रेन अटैक का कारण, सिरदर्द में तड़क उठती हैं दिमाग की नसें
There is a deficiency of this vitamin in the body, the cause of migraine attack, the nerves of the brain start throbbing during headache
माइग्रेन के दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं, और हाल के शोधों से यह सामने आया है कि कुछ विटामिनों और खनिजों की कमी इस समस्या को बढ़ा सकती है। यहां उन प्रमुख विटामिनों और मिनरल्स के बारे में बताया जा रहा है जो माइग्रेन के जोखिम को बढ़ा सकते हैं:
राइबोफ्लेविन (विटामिन B2) की कमी: राइबोफ्लेविन की कमी से मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर प्रभावित हो सकते हैं, जो माइग्रेन के दर्द को बढ़ाते हैं। राइबोफ्लेविन का सेवन दूध, अंडे, हरी पत्तेदार सब्जियों और मांस में होता है, और यह माइग्रेन अटैक की तीव्रता को कम करने में मदद कर सकता है।
विटामिन D की कमी: विटामिन D की कमी से शरीर में सूजन और तंत्रिका तंत्र में असंतुलन पैदा होता है, जिससे माइग्रेन का खतरा बढ़ सकता है। माइग्रेन के मरीजों में विटामिन D की कमी के मामले सामान्यत: पाए जाते हैं।
विटामिन B12 की कमी: विटामिन B12 तंत्रिका तंत्र के स्वस्थ कामकाज के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से तंत्रिका तंत्र में असंतुलन हो सकता है, जिससे माइग्रेन की समस्या उत्पन्न हो सकती है, विशेष रूप से शाकाहारी आहार वाले लोगों में यह कमी ज्यादा पाई जाती है।
मैग्नीशियम की कमी: मैग्नीशियम की कमी से तंत्रिका तंत्र में अत्यधिक उत्तेजना हो सकती है, जिससे सिरदर्द या माइग्रेन का कारण बन सकता है। यह खनिज हरी पत्तेदार सब्जियों, नट्स, बीजों और साबुत अनाजों में पाया जाता है, और इसका सेवन माइग्रेन अटैक को कम करने में मदद कर सकता है।
इन विटामिनों और खनिजों की कमी से बचने के लिए सही आहार और सप्लीमेंट्स का सेवन माइग्रेन के दर्द को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यदि आपको बार-बार माइग्रेन होता है, तो इन पोषक तत्वों की जांच करवाना और आवश्यकतानुसार सुधार करना महत्वपूर्ण हो सकता है।