

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों ने बजट भाषण से पहले महाकुंभ में भगदड़ को लेकर हंगामा किया और इस पर चर्चा की मांग की। सपा सांसदों ने कहा कि बजट से भी अधिक महत्वपूर्ण यह विषय है कि महाकुंभ में लोग अपनों को ढूंढ़ रहे हैं, और मृतकों और लापता लोगों के आंकड़े को सरकार छुपा रही है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह समय बजट से कहीं अधिक महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मृतकों और लापता लोगों की सही संख्या बताने में विफल रही है। उन्होंने महाकुंभ में सेना की तैनाती की आवश्यकता पर भी बल दिया, यह कहते हुए कि यह पहली बार हुआ है जब संतों ने शाही स्नान से इनकार किया है।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सपा के हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि यह तरीका ठीक नहीं है। उन्होंने अखिलेश यादव से अनुरोध किया कि वे संसद की मर्यादा बनाए रखें। स्पीकर ने कहा कि राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के दौरान इस मुद्दे पर बात की जा सकती है, लेकिन बजट भाषण में इस तरह का व्यवधान उचित नहीं है।
हंगामे के बावजूद, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण की शुरुआत की।
इस पर सपा सांसदों ने लगातार हंगामा किया और सरकार से महाकुंभ में हुई घटनाओं को गंभीरता से लेकर उन पर चर्चा करने की मांग की।