Maha Kumbh- हनुमान मंदिर के पास बिजली के खंभे से हुआ स्पार्क, बैक-टू-बैक एक मिनट में पहुंचीं फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां
Maha Kumbh- A spark came from an electric pole near Hanuman temple, six fire brigade vehicles arrived back-to-back in one minute
महाकुंभ 2025 के दौरान हनुमान मंदिर के पास बिजली के खंभे में स्पार्क और उसके बाद तुरंत अग्निशमन टीम की प्रभावी प्रतिक्रिया ने संभावित बड़े हादसे को टाल दिया। यह घटना आयोजन क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंधन की तत्परता और दक्षता को दर्शाती है।
प्रमुख बिंदु:
बिजली के खंभे में स्पार्क
हनुमान मंदिर के पास बिजली के खंभे में स्पार्क और आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां मिनटों में मौके पर पहुंच गईं। यह दर्शाता है कि महाकुंभ में आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह सक्रिय और सतर्क हैं।
पिछली घटना का अनुभव
बीते रविवार को सेक्टर 19 के इलाके में टेंट में आग लगने की घटना से भी बड़ी सतर्कता बरती जा रही है। उस घटना में खाना बनाते समय आग लगी थी, जिसे दमकल विभाग ने कड़ी मेहनत से नियंत्रित किया। सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी ने उस घटना का संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की थी।
स्नानार्थियों की बड़ी संख्या
गणतंत्र दिवस के मौके पर संगम पर स्नान के लिए 50 लाख से अधिक लोगों की भीड़ जुटने का अनुमान है। आम दिनों में ही यहां 20-25 लाख श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं, जो आयोजन के विशाल पैमाने और व्यवस्थाओं की चुनौती को दर्शाता है।
जूते-चप्पल की समस्या
हनुमान मंदिर के दक्षिणी द्वार पर जूते-चप्पलों का ढेर श्रद्धालुओं के लिए समस्या बना हुआ है। बड़ी संख्या में लोग अपने जूते-चप्पल पहचानने में मुश्किल का सामना कर रहे हैं। यह छोटी समस्या व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की दिशा में ध्यान खींचती है।
सुझाव:
बिजली व्यवस्था की समीक्षा
बिजली के खंभों और उपकरणों की नियमित जांच होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
भीड़ प्रबंधन में सुधार
संगम और मंदिर जैसे प्रमुख स्थलों पर अतिरिक्त प्रबंधन और दिशानिर्देश जारी किए जाने चाहिए।
जूते-चप्पल के लिए व्यवस्था
जूते-चप्पल के लिए अलग-अलग कोडिंग या व्यवस्थित स्टैंड्स बनाए जाएं ताकि श्रद्धालुओं को आसानी हो।
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में ऐसी चुनौतियां सामान्य होती हैं, लेकिन समय पर की गई कार्रवाई और बेहतर प्रबंधन ऐसी घटनाओं के प्रभाव को कम कर सकते हैं।