बाप-बेटी 2028 ओलंपिक गेम्स के लिए एक साथ कर रहे तैयारी
Father and daughter are preparing together for the 2028 Olympic Games
खेलों की दुनिया में पिता का अपने बच्चों को प्रशिक्षित कर वर्ल्ड चैंपियन या ओलंपिक में पहुंचाने की कहानियां आम हैं, लेकिन पिता और बेटी का खुद एक साथ ओलंपिक की तैयारी करना बेहद अनूठा और प्रेरणादायक है।
हम बात कर रहे हैं महावीर विनोद राणा और उनकी बेटी काजल राणा की। महावीर राणा भारत के अनुभवी एथलीट हैं, जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीते हैं। वे 2022 एशियन गेम्स के लिए भी क्वालीफाई कर चुके हैं। अब वे अपनी बेटी काजल राणा के साथ 2028 ओलंपिक गेम्स के लिए मेहनत कर रहे हैं।
काजल राणा की उपलब्धियां
महज 12 साल की उम्र में काजल राणा ने खेलों में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है:
तीन बार जिला हापुड़ चैंपियन।
दो बार नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में क्वालीफाई।
एक बार उत्तर प्रदेश स्टेट लेवल पर प्रतिभाग।
इस समय काजल हैदराबाद में होने वाली नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए बिना किसी ब्रेक के कड़ी प्रैक्टिस कर रही हैं। उनकी ट्रेनिंग उनके पिता महावीर विनोद राणा के मार्गदर्शन में हो रही है, जो खुद एक स्थापित खिलाड़ी हैं।
2028 ओलंपिक की तैयारी
महावीर राणा और काजल राणा, दोनों का सपना है कि वे 2028 ओलंपिक गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करें। पिता अपनी बेटी के लिए न केवल एक कोच हैं, बल्कि प्रेरणा का स्रोत भी हैं। काजल अपने पिता की छत्रछाया में वह सब सीख रही हैं, जो एक चैंपियन बनने के लिए जरूरी है।
यह जोड़ी खेलों की दुनिया में न केवल नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है, बल्कि भारत के लिए गर्व का कारण भी बनेगी। उनका समर्पण और मेहनत अन्य युवा एथलीट्स और उनके परिवारों के लिए एक मिसाल है।
संघर्ष और प्रेरणा
महावीर राणा का अनुभव और काजल की युवा ऊर्जा एक अद्वितीय तालमेल बनाती है। दोनों की यह जुगलबंदी भारतीय खेलों के इतिहास में एक नया अध्याय लिख सकती है। 2028 ओलंपिक के लिए इस जोड़ी की तैयारी देशवासियों के लिए उम्मीदों से भरी है।