Hapur news-महिलाओं की बच्चेदानी निकालने पर सूरीज अस्पताल सील, वेलनेस अस्पताल पर भी हो चुकी है कार्रवाई
Hapur news-Surij Hospital sealed for removing uterus of women, action has also been taken against Wellness Hospital
यह मामला हापुड़ में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे अनियमितताओं पर गंभीर सवाल उठाता है। सूरीज अस्पताल पर महिलाओं की सहमति और जानकारी के बिना उनकी बच्चेदानी निकालने का आरोप है, जो न केवल नैतिक रूप से गलत है, बल्कि कानूनन अपराध भी है।
मुख्य बिंदु:
कार्रवाई:
स्वास्थ्य विभाग ने सूरीज अस्पताल को सील कर दिया और उसका पंजीकरण निलंबित कर दिया। संचालक को चार बार नोटिस भेजने के बावजूद जवाब न मिलने पर यह कदम उठाया गया।
शिकायत का आधार:
दिल्ली और गाजियाबाद की महिलाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें गुमराह कर उनकी बच्चेदानी निकाल ली गई। जांच के बाद यह आरोप सही पाए गए।
पहले का मामला:
इससे पहले वेलनेस अस्पताल पर भी ऐसा ही आरोप लगा था। महिला की बच्चेदानी निकालने के बाद उसकी स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल को सील किया गया था।
प्रशासन पर सवाल:
स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए हैं कि अस्पतालों को सील करने के बाद भी संचालकों पर मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया जाता। समय बीतने के साथ सील किए गए अस्पताल फिर से खुल जाते हैं, जिससे अनियमितताओं को बढ़ावा मिलता है।
जरूरी कदम:
अस्पतालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
दोषी चिकित्सकों और संचालकों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दी जानी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पंजीकरण और निरीक्षण प्रक्रिया पारदर्शी हो।
मरीजों की सुरक्षा के लिए शिकायतों पर त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की जाए।
यह घटनाएं हापुड़ में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और मजबूत निगरानी की आवश्यकता को रेखांकित करती हैं। जनता के विश्वास को बहाल करने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे।