
यह घटना बेहद दुखद और चिंताजनक है। गाजियाबाद के शांतिनगर इलाके में 33 वर्षीय स्वदेश कुमार की मौत पर उनके परिवार द्वारा एक झोलाछाप डॉक्टर पर गलत दवाई देने का आरोप लगाया गया है।
घटना के अनुसार, स्वदेश को दो-तीन दिनों से बुखार और खांसी की शिकायत थी। गुरुवार रात उन्होंने स्थानीय झोलाछाप से दवा ली, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। परिजनों द्वारा डॉक्टर से संपर्क करने पर उसने पसीना आने को दवा का असर बताया, लेकिन बाद में स्थिति और खराब हो गई। अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
परिवार ने झोलाछाप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। यह मामला झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज पर गंभीर सवाल खड़े करता है। झोलाछाप डॉक्टरों का गैर-पेशेवर रवैया और गलत उपचार मरीजों के लिए खतरा बनता जा रहा है। प्रशासन को ऐसे मामलों पर कठोर कदम उठाने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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