UP news- विधानसभा घेराव करने जा रहे कांग्रेसी गिरफ्तार, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय हुए बेहोश
UP news- विधानसभा घेराव करने जा रहे कांग्रेसी गिरफ्तार, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय हुए बेहोश
लखनऊ में यूपी कांग्रेस द्वारा विधानसभा घेराव का प्रयास प्रशासन के सख्त कदमों की वजह से हंगामे में बदल गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विभिन्न जिलों में रोका गया और कई वरिष्ठ नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया। लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर ईको गार्डन में छोड़ दिया।
मुख्य बिंदु:
- कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की गिरफ्तारी:
- विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर धक्कामुक्की में अजय राय कुछ देर के लिए बेहोश हो गए।
- उन्होंने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने की कोशिश कर रही है।
- अजय राय ने कहा कि “कांटों वाली बैरिकेडिंग और दमनकारी रवैया” कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को रोक नहीं पाएगा।
- प्रदर्शनकारियों की रोकथाम:
- प्रदेश के विभिन्न जिलों से लखनऊ कूच कर रहे कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया।
- लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय पर आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) की तैनाती की गई और बैरिकेडिंग लगाई गई।
- विधान भवन पहुंचने की कोशिश करने वाले नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
- घटना पर प्रतिक्रिया:
- कांग्रेस विधायक और विधानसभा में कांग्रेस दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने विधान भवन में प्रदर्शन कर किसानों और कानून-व्यवस्था के मुद्दे उठाए।
- उन्होंने पुलिस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि यह भाजपा सरकार का लोकतंत्र पर हमला है।
- संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रशासन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्क है।
- पुलिस की कार्रवाई:
- पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी दी कि विधानसभा घेराव से कानून-व्यवस्था को खतरा हो सकता है।
- प्रशासन ने निषेधाज्ञा (धारा-163) का हवाला देकर प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
कांग्रेस का दावा:
अजय राय ने कहा, “हम भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों से डरने वाले नहीं हैं। जैसे मोदी सरकार ने किसानों को रोकने के लिए कांटों की दीवार खड़ी की थी, वैसे ही योगी सरकार ने भी विधानसभा घेराव रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए हैं। लेकिन यह हमें नहीं रोक पाएंगे।”
निष्कर्ष:
कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया। इस टकराव ने राज्य की राजनीति को गर्म कर दिया है, और कांग्रेस अपने प्रदर्शन को जारी रखने की बात कह रही है।