कोतवाली प्रभारी नीरज ने बेटे को सिखाया मां की ममता का पाठ
गढ़ कोतवाली प्रभारी नीरज कुमार की यह पहल एक अनुकरणीय उदाहरण है, जो यह दिखाती है कि एक पुलिस अधिकारी होने के बावजूद, उन्होंने अपने मानवीय और पारिवारिक मूल्यों को प्राथमिकता दी। घटना इस बात को उजागर करती है कि समाज में पुलिस की भूमिका केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में नैतिकता और संवेदनशीलता को भी बढ़ावा दे सकती है।
प्रभारी नीरज कुमार ने न केवल बेटे को मां के प्रति उसकी जिम्मेदारी का अहसास कराया, बल्कि उसे मां की ममता और उसके महत्व को भी समझने का अवसर दिया। उनके इस कदम से न केवल उस परिवार को दिशा मिली, बल्कि समाज को यह संदेश भी गया कि पारिवारिक मूल्यों की अहमियत कभी खत्म नहीं होती।
यह पहल दर्शाती है कि जब अधिकारी संवेदनशीलता के साथ काम करते हैं, तो वे समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। गढ़ कोतवाली प्रभारी नीरज कुमार का हर…