
दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदलकर अब भगवान बिरसा मुंडा चौक कर दिया गया है।
दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदलकर अब भगवान बिरसा मुंडा चौक कर दिया गया है। इस घोषणा को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सार्वजनिक किया। यह निर्णय भगवान बिरसा मुंडा की महानता और उनके ऐतिहासिक योगदान को सम्मानित करने के लिए लिया गया है।
भगवान बिरसा मुंडा का योगदान
बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख आदिवासी नेता थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आदिवासी समुदायों के अधिकारों और उनकी सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्हें “धरती आबा” यानी “धरती के पिता” के रूप में भी जाना जाता है। उनके नेतृत्व में उलगुलान आंदोलन (महान विद्रोह) ने ब्रिटिश शासन को चुनौती दी और आदिवासी समाज को एकजुट किया।
नाम परिवर्तन का महत्व
सराय काले खां चौक का नाम बदलकर भगवान बिरसा मुंडा चौक करने का यह फैसला उनकी विरासत को सहेजने और नई पीढ़ी को उनक…
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