छठ पूजा का क्या महत्व है क्यों मनाई जाती है और कहाँ कहाँ मनाई जाती है
What is the importance of
Chhath Puja, why is it सेलिब्रेटेड
and where is it celebrated?
छठ पूजा एक प्राचीन हिंदू पर्व है, जिसका मुख्य उद्देश्य सूर्य देव और छठी मैया की उपासना करना है। इस पूजा का संबंध मुख्य रूप से सूर्य देव की उपासना से है,
जिन्हें जीवन, स्वास्थ्य और समृद्धि के दाता के रूप में पूजा जाता है।
छठ पूजा में व्रती (व्रत रखने वाले) सूर्य को अर्घ्य देकर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं। इस व्रत में चार दिनों तक कठिन नियमों का पालन किया जाता है, जिसमें उपवास, जल में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना, और सूर्यास्त और सूर्योदय के समय विशेष अनुष्ठान करना शामिल है।
छठ पूजा का महत्व
1. सूर्य उपासना: सूर्य को जीवन, ऊर्जा और स्वास्थ्य का स्रोत माना गया है। छठ पूजा में सूर्य को जल अर्पित करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति मिलती है।
2. स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना: माना जाता है कि छठ पूजा करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है और घर में समृद्धि आती है।
3. प्रकृति के साथ संतुलन: यह पर्व प्रकृति और मनुष्य के बीच संतुलन बनाए रखने का प्रतीक है। इसमें प्राकृतिक चीजों का उपयोग कर पूजा की जाती है, जैसे गंगा या किसी पवित्र नदी का जल, बांस की टोकरियाँ, और कद्दू, केला, ईख आदि फल।
छठ पूजा कहाँ-कहाँ मनाई जाती है
छठ पूजा भारत के कई हिस्सों में मनाई जाती है, लेकिन मुख्य रूप से यह बिहार, झारखंड, और पूर्वी उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय है
इसके अलावा, नेपाल के तराई क्षेत्र में भी यह पूजा बड़े उत्साह से मनाई जाती है।
हाल के वर्षों में, प्रवासी भारतीयों के कारण छठ पूजा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और अन्य मेट्रो शहरों में भी मनाई जाने लगी है। इसके अलावा, जहां-जहां भारतीय प्रवासी बसे हुए हैं, जैसे कि मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो, अमेरिका और यूके में भी इसे धूमधाम से मनाया जाता है।
इस पर्व की विशेषता है कि इसे समाज के सभी वर्ग के लोग मनाते हैं और इसमें जाति, धर्म या सामाजिक भेदभाव नहीं होता।
इस तरह से छठ पूजा का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक भी है, जो भारतीय समाज में एकता और सौहार्द का प्रतीक है।