संयुक्त अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को बिना इलाज जाना पड़ा वापस
गाजियाबाद। संयुक्त अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को बिना इलाज वापस जाना पड़ा, क्योंकि दो डॉक्टर वीआईपी ड्यूटी में गए थे तो कई अवकाश पर थे, जबकि एक डॉक्टर अदालत में साक्ष्य देने गए थे। हालांकि अदालत में परशुराम जयंती मनाने के लिए अधिवक्ता कार्य से विरत थे।
अस्पताल में अव्यवस्था पर उपमुख्यमंत्री कार्यालय से जवाब तलब किया गया है। इमरजेंसी और ओपीडी में ड्यूटी से गायब चिकित्सकों को लेकर आए दिन प्रकाशित हो रही खबरों को उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने संज्ञान लिया है। उन्होंने सीएमओ से जवाब मांगा है। सीएमओ ने अस्पताल के सीएमएस से जवाब मांगा है।
अस्पताल में प्रतिदिन 1200 से 1400 मरीज इलाज कराने आते हैं। सोमवार को वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आरसी गुप्ता अदालत में साक्ष्य देने गए थे, जबकि हड्डी रोग विशेषज्ञ और एक अन्य चिकित्सक कोरोना संक्रमित होने के कारण अवकाश पर हैं। सर्दी-जुकाम बुखार के मरीजों का इलाज कर रहे एनेस्थेटिस्ट डॉ. सूर्यांशु ओझा मरीज का ऑपरेशन कराने ऑपरेशन थिएटर में चले गए।
दोपहर दो बजे तक वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएल अग्रवाल मरीजों का इलाज कर रहे थे। इसके अलावा डॉ. प्रमोद त्यागी और एक अन्य डॉक्टर वीआईपी ड्यूटी में चले गए थे, जबकि एक इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर राहुल लंबे समय से अवकाश पर हैं।
डासना से इलाज कराने आई शगुफ्ता ने बताया कि तीन दिन से बुखार हो रहा है। डॉक्टर को दिखाने आई थी, लेकिन यहां बताया गया कि डॉक्टर कहीं गए हैं। कोरोना जांच कराने के बाद मंगलवार को दोबारा आऊंगी।
पैर में चोट का इलाज कराने आए भट्ठा नंबर पांच निवासी राकेश ने बताया कि बाइक का संतुलन बिगड़ने से गिर गया था। इससे पैर में चोट लग गई थी। अस्पताल में बताया गया कि डॉक्टर नहीं हैं। बाहर से जांच कराऊंगा।
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