अरबपतियों की लिस्ट में UP के उद्योगपति बढ़े
UP industrialists increase in the list of billionaires
विश्व प्रतिष्ठित हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट में इस बार उत्तर प्रदेश ने लंबी छलांग मारी है। इस साल देश के शीर्ष अरबपतियों की सूची में यूपी के 34 उद्योगपतियों ने जगह बनाई है। महज एक साल में यूपी से इनकी संख्या 21 से बढ़कर 34 हो गई। उनकी कुल संपत्ति भी 67,000 करोड़ से बढ़कर 87,000 करोड़ रुपये हो गई।
घड़ी साबुन वाले मुरलीधर और उनके भाई विमल ज्ञानचंदानी अरबपतियों की सूची में नंबर एक और दो के पायदान पर बरकरार हैं। दोनों की संपत्ति 23,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है।
प्रदेश की बेहतर होती आर्थिक सेहत का परिचायक
अमीरो की लिस्ट में यूपी का बढ़ता दबदबा प्रदेश की बेहतर होती आर्थिक सेहत का परिचायक है। अंतरराष्ट्रीय मैगजीन हुरून के मुताबिक एक साल में 13 नए अरबपति यूपी में तैयार हुए है । पहली बार अलीगढ़, गोरखपुर, दादरी और फैजाबाद जैसे छोटे शहरों ने भी इस सूची में जगह बनाई।
नोएडा अमीरों के लिए लोकप्रिय शहर बनता जा रहा है। सूची में दस व्यक्तियों ने नोएडा को निवास के लिए चुना है। यह नोएडा के मजबूत बुनियादी ढांचे व बढ़ते आर्थिक अवसरों का संकेत है।2,400 करोड़ रुपये की वृद्धि
यूपी के 34 अरबपतियों में से 10 नोएडा, 6-6 कानपुर व आगरा, 5 लखनऊ, 2 गाजियाबाद और 1-1 उद्योगपति फैजाबाद, इलाहाबाद, गोरखपुर, दादरी व अलीगढ़ से हैं। प्रदेश में नंबर एक पर काबिज घड़ी समूह के मुरलीधर ज्ञानचंदानी की नेटवर्थ 14 हजार और उनके भाई बिमल ज्ञानचंदानी की 9,400 करोड़ रुपये है। पिछले साल की तुलना में उनकी संपत्ति में करीब 2,400 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।
निदेशक सुमित वोहरा कहते
यूपी की सूची में सर्वाधिक संख्या स्टार्टअप, निर्माण और इंजीनियरिंग सेक्टर से जुड़े कारोबारियों की है। 13 नए अरबपतियों में से अधिकांश इसी सेक्टर के हैं। हुरुन 360 वन वेल्थ के निदेशक सुमित वोहरा कहते हैं कि सूची में यूपी का बढ़ता प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है।
अनस रहमान जुनैद ने कहा
हुरुन इंडिया के एमडी और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में कारोबारियों की संपत्ति में 40 फीसदी की वृद्धि सामान्य बात नहीं है। यूपी ने निर्माण, इंजीनियरिंग, खाद्य और पेय पदार्थ सेक्टर में अपने विकास व क्षमता को उजागर किया है।