
UP news- कांवड़ मार्गों पर बसें बंद, स्कूलों में ताले-हाईवे वन वे, 10 मिनट के सफर में लग रहा एक घंटा
स्थान: मेरठ, उत्तर प्रदेश
स्थिति अपडेट: 15 जुलाई 2025
वधि: कांवड़ यात्रा — 24 जुलाई तक
उत्तर भारत में चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान मेरठ में यातायात और जन-सुविधाओं की स्थिति बुरी तरह प्रभावित हो रही है। प्रशासनिक तैयारियों के बावजूद सोमवार को हाईवे पर भारी जाम, बस सेवाएं ठप और स्कूल बंद होने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
प्रमुख निर्णय और प्रभाव:
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मेरठ में 24 जुलाई तक सभी इलेक्ट्रिक और वोल्वो बस सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
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23 जुलाई तक सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
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दिल्ली-देहरादून हाईवे पर वन-वे व्यवस्था लागू की गई है, पर जाम की स्थिति भयावह बनी हुई है।
यातायात की स्थिति:
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मोदीपुरम से मेरठ बाईपास परतापुर तक लगभग 4 किमी लंबा जाम।
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10 मिनट की दूरी तय करने में लोगों को 1 घंटे से अधिक समय लग रहा है।
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एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा स्वयं रोहटा रोड पर जाम में फंस गए।
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पुलिस बल दिनभर जाम खोलने में जुटा रहा, लेकिन शाम तक लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।
यात्रियों की संख्या और दबाव:
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प्रतिदिन हजारों कांवड़िए मेरठ होकर हरिद्वार जा रहे हैं।
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सड़कों पर कांवड़िए, बाइक, ट्रैक्टर और पैदल श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से यातायात का संचालन अत्यधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है।
प्रशासन से अपील और सुझाव:
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वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें
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केवल आवश्यक यात्रा करें
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आपातकालीन सेवाओं को प्राथमिकता देने के लिए मार्ग खुला रखें
आपातकालीन यातायात सहायता: 112
Google Maps और लोकल प्रशासन द्वारा जारी ट्रैफिक एडवाइजरी का पालन करें
निष्कर्ष:
कांवड़ यात्रा एक आस्था और श्रद्धा का पर्व है, लेकिन इसके सुचारू संचालन हेतु प्रशासन, श्रद्धालुओं और आम नागरिकों के बीच समन्वय अत्यंत आवश्यक है।
अव्यवस्था से बचने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु योजना और पूर्व सूचनाएं अनिवार्य हैं।
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