
हापुड़। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा शुरू होने को है, लेकिन कुचेसर चौपला की सर्विस रोड पर बदहाली और प्रशासनिक अनदेखी साफ नजर आ रही है। क्षेत्र की सड़कों पर गहरे गड्ढे, जलभराव, और झाड़ियों का अंबार कांवड़ियों के लिए मुसीबत बन सकता है।
इस मार्ग से ब्रजघाट से जल लेकर लौटने वाले हजारों कांवड़िए हापुड़, पिलखुवा, धौलाना, गाजियाबाद समेत अन्य शहरों तक पहुंचते हैं। लेकिन कुचेसर चौपला, दत्तियाना, छपकोली और सबली तक का रास्ता साफ-सफाई, प्रकाश और मरम्मत के अभाव में परेशानी खड़ी कर रहा है।
सर्विस रोड पर गहरे गड्ढे, जो पानी से ढके होने के कारण दिखाई नहीं देते।
स्ट्रीट लाइट का अभाव, जिससे शाम होते ही अंधेरा छा जाता है।
नाले कचरे और गंदगी से जाम, जिससे भारी जलभराव।
सड़कों के किनारे झाड़ियों की भरमार, जिससे रास्ता संकरा और असुरक्षित हो गया है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष नेत्रपाल सिंह ने बताया कि डीएम अभिषेक पांडे लगातार शिवरात्रि को लेकर तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय कर्मचारी उनके निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। पिछले महीने डीएम को स्ट्रीट लाइट लगाए जाने का ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
महामंत्री देवेंद्र शर्मा और पवन गोयल ने कहा कि प्रशासन को तुरंत:
झाड़ियों की कटाई,
नालों की सफाई, और
सड़कों की मरम्मत करवानी चाहिए।
उन्होंने चेताया कि यदि जल लेकर जा रहे कांवड़िए गड्ढों में गिरते हैं, तो चोट के साथ कांवड़ भी खंडित हो सकती है, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील स्थिति पैदा कर सकती है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द क्षेत्र की सफाई और मरम्मत कार्य शुरू किए जाएं, ताकि श्रावण मास की कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके।
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