
हापुड़- डीएम अभिषेक पांडेय के समर्थन में उतरी भाकियू
हापुड़, 11 जुलाई 2025:
धौलाना तहसील में रिश्वत के आरोप में निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के बाद उठे विवाद ने अब नया मोड़ ले लिया है। प्रशासन के विरुद्ध और समर्थन में लगातार प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन (टिकैत व अराजनैतिक) समेत कई किसान संगठनों ने जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय के समर्थन में मोर्चा खोल दिया है।
एक किसान ने जनचौपाल में 500 रुपये रिश्वत लेने का आरोप एक लेखपाल पर लगाया था।
डीएम ने नियमित प्रक्रिया के तहत उस पर निलंबन व नोटिस की कार्रवाई की थी।
इसके कुछ समय बाद लेखपाल ने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इसके बाद चकबंदी लेखपाल संघ ने डीएम पर कार्रवाई की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू किया।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिलाध्यक्ष पवन हूण ने मंडलायुक्त ऋषिकेश भास्कर यशोद को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि:
“500 रुपये के भ्रष्टाचार के मामले को लेकर कार्रवाई करना गलत नहीं है। डीएम ने वही किया जो एक ज़िम्मेदार अफसर को करना चाहिए।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई राजस्व विभाग कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, और डीएम की कठोर प्रशासनिक शैली से इन पर लगाम लग रही थी।
भाकियू समेत कई किसान संगठन सोमवार को हापुड़ कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे।
संगठन ने स्पष्ट किया कि:
“अगर डीएम अभिषेक पांडेय के खिलाफ कोई अनुचित कार्रवाई होती है, तो जिला स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।”
संगठन ने स्पष्ट किया कि लेखपाल के खिलाफ शिकायत करने वाला किसान झूठा नहीं है, और उसके साथ भी संगठन खड़ा है।
यह संदेश दिया गया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वाले आम नागरिकों को डराया नहीं जा सकता।
डीएम अभिषेक पांडेय के खिलाफ उठ रही आवाजों के बीच किसान संगठनों का समर्थन एक बड़ा जन समर्थन माना जा रहा है। यह घटनाक्रम हापुड़ जिले की प्रशासनिक और सामाजिक संरचना को गहराई से प्रभावित कर सकता है।