
गर्मी में ठंडा पानी पीना राहत तो देता है, लेकिन जानिए कब बन सकता है खतरा!
नई दिल्ली |
तेज़ गर्मी हो और हाथ में ठंडे पानी का गिलास हो, इससे बेहतर कुछ नहीं लगता। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह क्षणिक राहत कहीं सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं?
जनरल फिजिशियन डॉ. सुरेंद्र कुमार के अनुसार, ठंडा पानी पीना हर समय सही नहीं होता — विशेषकर तब, जब शरीर का तापमान बहुत अधिक हो और आप अचानक ठंडी चीज पी लें। यह पाचन तंत्र पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
ठंडा पानी पीने से हो सकते हैं ये नुकसान:
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पाचन तंत्र पर असर: ठंडा पानी पेट में मौजूद गर्म वातावरण से टकराता है, जिससे गैस, सूजन और अपच की शिकायत हो सकती है।
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मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है: शरीर को पानी को कमरे के तापमान तक लाने में ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है।
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गले में खराश/सर्दी-जुकाम: गर्मी में बार-बार बहुत ठंडा पानी पीने से गला सूज सकता है या सर्दी हो सकती है।
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हृदय गति में अस्थायी बदलाव: बहुत अधिक ठंडा पानी पीने पर शरीर में रक्त संचार अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकता है।
कब पी सकते हैं ठंडा पानी?
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वर्कआउट या एक्सरसाइज़ के बाद
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तेज़ बुखार के समय शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए
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जब शरीर ओवरहीट न हो
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दिन के सामान्य समय पर, लेकिन अति ठंडा न हो
डॉक्टर की सलाह:
“सामान्य तापमान या हल्के ठंडे पानी का सेवन करें। विशेष रूप से भोजन के साथ या उसके तुरंत बाद बर्फ वाला पानी न पिएं। इससे पाचन शक्ति प्रभावित होती है।”
आदत में करें यह बदलाव:
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रेफ्रिजरेटर से पानी निकालने के बाद कुछ मिनटों तक उसे बाहर रखें
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मटके या earthen pot (घड़ा) का ठंडा पानी सबसे बेहतर है
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दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, लेकिन अचानक ठंडा नहीं
निष्कर्ष:
गर्मी में ठंडा पानी राहत तो जरूर देता है, लेकिन यदि यह आदत बन जाए तो सेहत पर दीर्घकालिक असर डाल सकता है। संतुलन और समझदारी से पानी पीना ही स्वस्थ रहने की कुंजी है।
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