
हापुड़। हिंदी भाषा और संस्कृति को समर्पित “हिंदी प्रोत्साहन समिति” एवं श्रीमती कमला अग्रवाल गर्ल्स इंटर कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसने उपस्थित जनमानस को साहित्यिक भावनाओं से भर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. चेतन आनंद ने की। उन्होंने अपनी ओजस्वी कविता के माध्यम से कहा –
“भारत के सूरज का मस्तक कभी नहीं झुकने देंगे, ये विकास का रथ है इसको कभी नहीं रुकने देंगे।”
उनकी पंक्तियों में देश के प्रति अटूट प्रेम और आशावाद झलकता रहा।
प्रख्यात कवि डॉ. अनिल बाजपेई ने मंच का संचालन करते हुए सुनाया –
“अनिल हिमालय कह रहा, खुलकर सीना तान,
घबराना बिल्कुल नहीं, आए जो तूफान।”
उन्होंने नकारात्मक सोच से दूर रहने और मन की लचीलापन को जीवन की सफलता का सूत्र बताया।
विद्यालय की प्रधानाचार्य पारुल शर्मा ने पिता पर लिखी भावुक कविता के माध्यम से हर किसी को भावविभोर कर दिया।
“पिता शब्द इतना बड़ा, जैसे विस्तृत व्योम,
बड़ा अमंद ये मंत्र है, ज्यों पुनीत है ओम।”
उनकी कविता ने पिता के निःशब्द त्याग और विस्तार को ओमकार के पवित्र भाव से जोड़ा।