
गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। मां गंगा के पावन तट पर उस समय आध्यात्म और स्वास्थ्य का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राएं प्रातः कालीन योग अभ्यास में लीन नजर आए। सूरज की कोमल किरणें जैसे ही गंगा जल को चूमने लगीं, वैसे ही बाल योग साधकों के ‘ॐ’ के उच्चारण से वातावरण आध्यात्मिकता से भर उठा।
विद्यालयों द्वारा आयोजित इस विशेष योग सत्र में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया, जिन्होंने प्रशिक्षकों के निर्देशन में सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, ताड़ासन, वृक्षासन आदि योगाभ्यास किए। योग करते समय बच्चों के चेहरों पर दिख रहा उत्साह और अनुशासन देखते ही बनता था।
गंगा तट की ठंडी हवा, शांत प्रवाह और प्रकृति की गोद में योग, बच्चों के लिए एक अनोखा अनुभव बन गया। शिक्षकों ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाना है।
स्थानीय प्रशासन और योग संस्थाओं के सहयोग से इस आयोजन को विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी से भी जोड़ा जा रहा है।