

महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भक्तों की आस्था और भक्ति का यह विशाल सैलाब अद्भुत और अलौकिक अनुभव कराता है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदम, जैसे सादे कपड़ों में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और बैरिकेडिंग, यह सुनिश्चित करते हैं कि भक्तजन सुचारू रूप से भोलेनाथ के दर्शन और जलाभिषेक कर सकें।
रामघाट रोड का भगवा रंग में रंग जाना और “बोल बम” के जयकारों से गूंज उठना, शिवभक्तों की भक्ति-भावना को दर्शाता है। कांवड़ियों के लिए जगह-जगह लगाए गए सेवा शिविर, भोजन, पानी और ठहरने की व्यवस्था, सामाजिक समर्पण और सहयोग की भावना को भी प्रकट करते हैं।
इस बार महाकुंभ योग के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने की संभावना दर्शाती है कि आस्था और शिव प्रेम में दिन-ब-दिन वृद्धि हो रही है। खेरेश्वर महादेव मंदिर में आठ लाख श्रद्धालुओं के जलाभिषेक की तैयारी मंदिर समिति और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन अभी तक की व्यवस्थाओं को देखते हुए लगता है कि सबकुछ सुचारू रूप से संपन्न होगा।
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