

हापुड़ न्यायालय ने बृजघाट निवासी अभियुक्त देवा निषाद को नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में 5 वर्ष के सश्रम कारावास और 30,000 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। यह सजा ऑपरेशन कन्विक्शन अभियान के तहत पुलिस की प्रभावी पैरवी के चलते संभव हुई।
गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने अभियुक्त को नाबालिग के साथ छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया था, और न्यायालय में ठोस सबूतों के आधार पर उसे दोषी साबित किया गया।
यह फैसला कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। क्या आप इस फैसले से जुड़े किसी विशेष पहलू पर अधिक जानकारी चाहते हैं, जैसे कि पुलिस की कार्यप्रणाली, अभियोजन की भूमिका या ऑपरेशन कन्विक्शन अभियान के प्रभाव?