डीजीपी बोले – जहां भीड़ अधिक वहां तैनात होंं ज्यादा से ज्यादा अफसर, संगम क्षेत्र में न इकट्ठी होने दें भीड़
DGP said – more officers should be deployed where there is more crowd, do not let the crowd gather in Sangam area
डीजीपी प्रशांत कुमार ने मौनी अमावस्या पर हुई दुर्घटनाओं के बाद बसंत पंचमी के लिए विस्तृत सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि जहां भीड़ अधिक होती है, वहां ज्यादा से ज्यादा अफसर तैनात किए जाएं और संगम क्षेत्र में भीड़ एकत्र होने से रोका जाए।
प्रमुख निर्देश:
संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान
केवल मेले में ही नहीं, पूरे शहर के संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर सुरक्षा बढ़ाई जाए।
पर्व से एक दिन पहले ही भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था पूरी कर ली जाए।
श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के उपाय
स्नान के बाद श्रद्धालुओं को तुरंत गंतव्य की ओर रवाना किया जाए।
आगमन और वापसी निर्धारित मार्गों से ही हो।
संगम पर बैरियर प्वाइंट बनाए जाएं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
अखाड़ा मार्ग पर श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित किया जाए और पर्याप्त पुलिसबल तैनात हो।
बॉर्डर क्षेत्रों में एसपी स्तर के अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
तकनीकी और निगरानी के पुख्ता इंतजाम
कंटीजेंसी प्लान का प्रभावी उपयोग किया जाए।
कमांड सेंटर से लाइव निगरानी और अलर्ट सिस्टम सक्रिय रहे।
वॉच टॉवर से निगरानी बढ़ाई जाए और भीड़ प्रबंधन की स्थिति को लगातार मॉनिटर किया जाए।
घटनास्थल का निरीक्षण और मुख्यमंत्री की सख्त निगरानी
डीजीपी और मुख्य सचिव ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वॉच टॉवर से पूरे क्षेत्र का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को लेकर 12 घंटे तक पल-पल की मॉनिटरिंग की, जिससे साफ है कि प्रशासन इस बार किसी भी त्रुटि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
डीजीपी ने कहा कि बसंत पंचमी के अमृत स्नान को ‘जीरो एरर’ बनाना है, इसके लिए एक्सपर्ट्स की मदद भी ली जा सकती है।
बैठक में मौजूद वरिष्ठ अधिकारी:
यूपीपीसीएल चेयरमैन आशीष गोयल
प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात
एडीजी भानु भास्कर
कमिश्नर विजय विश्वास पंत
पुलिस आयुक्त तरुण गाबा
डीआईजी वैभव कृष्ण
एसएसपी राजेश द्विवेदी
सुरक्षा के लिए प्रशासन सतर्क
मौनी अमावस्या पर हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार बसंत पंचमी पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी। संगम क्षेत्र और अन्य संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती होगी, जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।