

संजय राउत की तरफ से देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा और उनके द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ दर्शाता है। एक तरफ जहां राउत और उनकी पार्टी शिवसेना यूबीटी भाजपा के खिलाफ टिप्पणी करते रहे हैं, वहीं इस बार उन्होंने फडणवीस की नीतियों और उनके कार्यों की सराहना की है, खासकर गढ़चिरौली जिले में नक्सलवाद और बेरोजगारी की समस्याओं को लेकर उठाए गए कदमों को।
यह घटनाक्रम महाराष्ट्र की सियासत में संभावित बदलाव की ओर इशारा करता है। राउत का फडणवीस की नीतियों का समर्थन और उनकी प्रशंसा इस बात का संकेत हो सकता है कि शिवसेना यूबीटी भाजपा के साथ भविष्य में कुछ सामंजस्य बनाने की कोशिश कर सकती है। खासकर इस समय जब उद्धव ठाकरे की पार्टी और भाजपा के बीच रिश्तों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं, ऐसे में राउत के इस कदम को राजनीति की नई दिशा के तौर पर देखा जा सकता है।
हालांकि, उद्धव ठाकरे का भाजपा से कितना करीब आना होगा, यह समय ही बताएगा। राजनीतिक परिस्थितियां बहुत तेजी से बदल सकती हैं, और ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी के भीतर भाजपा से किसी तरह का समझौता या सामंजस्य बनने की संभावना हो सकती है।