
गाजियाबाद में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के संगठन गठन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, और मंडल स्तर तक के चुनाव लगभग पूरे हो चुके हैं। प्रत्येक मंडल से तीन-तीन नामों की सूची तैयार कर शीर्ष नेतृत्व को भेजी गई है, और अब मंडल अध्यक्षों की घोषणा की संभावना है। वहीं, गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष पद के लिए भी पार्टी के दर्जनों नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश की है, जिनकी घोषणा जनवरी 2025 में हो सकती है।
महानगर अध्यक्ष पद के लिए कई नेता अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार, पार्टी का शीर्ष नेतृत्व केवल कुछ वरिष्ठ नेताओं पर विचार कर रहा है। गाजियाबाद की राजनीतिक अहमियत को ध्यान में रखते हुए, भाजपा का नेतृत्व ऐसे कार्यकर्ता को यह जिम्मेदारी सौंपने की योजना बना रहा है, जो गुटबाजी से बचते हुए संगठन को मजबूती से चला सके।
इसके साथ ही, गाजियाबाद की राजनीति में विधायक, सांसद और मंत्री गुटों ने अपने-अपने पसंदीदा नेताओं को पैनल में रखा है। हालांकि, इनमें से किसी भी पैनल में ब्राह्मण कार्यकर्ताओं को जगह नहीं दी गई है, जो विपक्ष के लिए एक अवसर बन सकता है। भाजपा की राजनीति में इस स्थिति का प्रभाव भविष्य में देखा जा सकता है।
इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और सुशासन प्रकोष्ठ के संयोजक तरुण शर्मा ने भी गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष पद की दावेदारी पेश की है। उन्होंने अपनी दावेदारी को प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग्स के माध्यम से जाहिर किया, जिससे पार्टी में राजनीतिक गर्माहट आ गई है। ब्राह्मण समाज से आने वाले शर्मा की दावेदारी ने भाजपा के भीतर हलचल मचा दी है, और उनकी यह दावेदारी भाजपा की राजनीति में नया मोड़ ला सकती है।