ग्रेटर नोएडा: किसानों द्वारा 10 प्रतिशत आबादी भूखंड, 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा, और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग को लेकर चल रहा धरना बुधवार को तीव्र हुआ। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान संगठन महापंचायत कर रहे थे। 25 नवंबर से शुरू हुई इस महापंचायत में विभिन्न किसान संगठनों ने हिस्सा लिया था।
महापंचायत और धरना:
यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर बुधवार को आठ घंटे तक महापंचायत आयोजित की गई। किसान नेताओं ने दिल्ली कूच का ऐलान किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें धरनास्थल से हटाकर गिरफ्तार किया। 126 किसानों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें रिहा कर दिया गया और बाद में किसान नेताओं ने आगे की रणनीति तय की।
पुलिस कार्रवाई:
पुलिस ने 34 किसान नेताओं को धरना स्थल से जबरन उठाकर जेल भेजा। इसके बाद धरनास्थल को खाली करा लिया और अब इस क्षेत्र में पुलिस की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जीरो प्वाइंट पर कोई भी किसान धरने पर नहीं बैठा है, लेकिन पुलिस स्थिति पर सतर्क निगाह रखे हुए है।
आगे की रणनीति:
किसानों के विरोध और धरने के बावजूद, महापंचायत की योजना जारी है। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद किसानों की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है, और किसान नेताओं द्वारा आंदोलन को फिर से तेज करने की तैयारी की जा रही है।