तुलसी विवाह का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है
तुलसी विवाह का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह विवाह देवउत्थान एकादशी (कार्तिक शुक्ल एकादशी) के दिन भगवान विष्णु और तुलसी माता (जिसे वृंदा भी कहते हैं) के बीच सम्पन्न होता है। यह विवाह प्रतीकात्मक रूप से भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण और तुलसी के स्वरूप से माना जाता है। इसके साथ ही इसे पौराणिक कथाओं में देवी तुलसी और भगवान शालिग्राम का भी विवाह माना गया है।
इस विवाह के महत्व के पीछे कई धार्मिक और पौराणिक कारण हैं:
1. पुण्य लाभ: तुलसी विवाह का आयोजन करने से विवाह के आयोजकों को धार्मिक पुण्य प्राप्त होता है, जो उन्हें पापों से मुक्ति दिलाता है और जीवन में शांति, समृद्धि और सुख लाता है।
2. दाम्पत्य जीवन में सुख: मान्यता है कि तुलसी विवाह करवाने से वैवाहिक जीवन में सुख और सामंजस्य बढ़ता है। विशेष रूप से जिनके विवाह में अड़चनें आ रही हों या जो जल्दी विवाह करना…