अनोखे गांव की अनोखी कहानी! जानवरों के नाम पर हैं लोगों के सरनेम
यह कहानी उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बामनौली गांव की है, जहां लोगों के उपनामों में जानवरों के नाम शामिल होते हैं। यहां की यह परंपरा सदियों पुरानी है और आज भी चल रही है। बामनौली गांव में लोग अपने परिवारों की पहचान “हवेलियों” के नाम से करते हैं, जिन्हें उनके पुरखों ने बनवाया था। इन हवेलियों के नाम से ही यहां के परिवारों को पहचाना जाता है, और लोग अपने घरों का रास्ता भी हवेली के नाम से बताते हैं।
इस गांव में लोगों के उपनाम जानवरों और पक्षियों के नाम पर आधारित हैं, जैसे किसी का उपनाम “भेड़िया” है तो किसी का “सियार”। जैसे, एक व्यक्ति का नाम “वीरेश भेड़िया” है और दूसरा व्यक्ति “सोमपाल सियार” के नाम से जाना जाता है। यह परंपरा यहां की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है, और इस अद्वितीय परंपरा का पालन आज भी गांव के लगभग 14 हजार लोग कर रहे हैं।
डाक विभाग में भी इन…