GARH NEWS -गांव पौपाई टोल प्लाजा के विरोध में रुकवाया गढ़-मेरठ हाईवे का काम़
GARH NEWS - Work on Garh-Meerut highway stopped in
protest against village Paupai toll plaza
जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेेश्वर। मंगलवार को भाकियू संघर्ष कार्यकर्ताओं ने गांव पौपाई के निकट मेरठ रोड पर प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरु कर दिया। किसानों ने एनएचएआई, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी धरना स्थगित करने से इंकार कर दिया। भाकियू संघर्ष ने फिलहाल गढ़-मेरठ हाईवे निर्माण का कार्य रुकवा दिया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर ने कहा
राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर ने कहा कि हापुड़ में लगने वाले चौथे टोल प्लाजा का निर्माण किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। गढ़ की जनता पूरी तरह इसके विरोध में हैं। टोल स्थापना न किए जाने का आश्वासन मिलने तक धरना लगातार जारी रहेगा। राष्ट्रीय प्रवक्ता इरकान चौधरी ने कहा कि किसान और स्थानीय लोगों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। एनएएचएआई की गाइडलाइन का उल्लंघन कर टोल का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है, लेकिन टोल प्लाजा नहीं लगने दिया जाएगा।
उप्र उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष मूलचंद सिंघल ने कहा कि गढ़ क्षेत्र के लोग पहले से ही ब्रजघाट में लगे टोल से परेशान हैं, नए टोल का खुलकर विरोध किया जाएगा। सरनजीत सिंह ने बताया कि टोल प्लाजा जब तक नहीं हटेगा, तब तक गढ़-मेरठ हाईवे का निर्माण कार्य बंद रहेगा। इस मौके पर जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रधान, असीम अत्री, सरदार राजेंद्र सिंह औलख,, टीकम प्रधान, अजय कुमार, जयवर्धन सिंह, राजकुमार लालू, अमल गोयल, मोहनलाल आहूजा, महेश मिश्रा, मनोज सिंह, नरेंद्र कुमार, दिनेश, महेश, राहुल, दीपक, प्रवीन कुमार, परविंद्र सिंह, कमलेश, लोकेश सिंह, संदीप कुमार, ललित समेत हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अधिकारी बात करने पहुंचे
एसडीएम साक्षी शर्मा, एनएचएआई उप प्रबंधक संदीप कुमार, इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ धरना स्थल पर पहुंचे। पदाधिकारियों से बातचीत के दौरान फोन पर पीडी से वार्ता की। इस दौरान एसडीएम ने धरने की वजह जानी, जिसके बाद उच्चाधिकारियों से वार्ता कर समस्या के समाधान कराने की बात कही। वहीं एनएचएआई उप प्रबंधक ने कहा कि टोल की समस्या का प्राधिकरण के उच्चाधिकारियों को भेजकर समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा। वार्ता के दौरान कुछ कार्यकर्ता नारे लगाने लगे, इतने में ही कोतवाल महेंद्र सिंह ने सख्त लहजे में टोक दिया, जिससे कार्यकर्ता और कोतवाल के बीच नोकझोंक हो गई, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया।