भारत सरकार चिंतन करें ताकि 2300 वर्ष पुराने शारदा सर्वज्ञ पीठ का जीर्णोधार किया जा सके,देशभर से जुटे 61 विभूतियों को किया गया सम्मानित
Government of India should think so that Sharda Sarvajna Peeth
can be renovated, 61 personalities gathered from across
the country were honoured.
सम्मान समारोह में शारदा सर्वज्ञ पीठ का जीर्णोधार की उठी मांग
देशभर से जुटे 61 विभूतियों को किया गया सम्मानित
नोएड़ा — 2300 वर्ष पुराने शारदा सर्वज्ञ पीठ के द्वारा ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय में 12 वां शारदा शताब्दी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायमूर्ति पंकज मित्तल एवं शंकराचार्य स्वामी अमृतानंद देव तीर्थ की मौजूदगी में हुआ। कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने अलग-अलग विषयों पर देश के शीर्ष रक्षा विशेषज्ञ, राजनेता, कला, संस्कृति, अध्यात्म और धर्म मर्मज्ञ विचार रखे।
प्रतिक चिन्ह व शॉल देकर सम्मानित किया
आपको बता दे कि कार्यक्रम में देश के कोने—कोने से आये सैन्य सेवा,चिकित्सा,लोक सेवा, संस्कृत,राष्ट्रीय सुरक्षा,खेल साहित्य संगीत,पत्रकारों आदि क्षेत्रों में उत्कर्ष कार्य करने वाले लोगों को प्रतिक चिन्ह व शॉल देकर सम्मानित किया गया। उक्त कार्यक्रम पिछले 11 वर्षों से जम्मू कश्मीर में आयोजित किया जा रहा था।
आईएएस केप्टन एस के द्रिवेदी ने कहा
वही कार्यक्रम का संंचालन करते हुए सेवानिविृत आईएएस केप्टन एस के द्रिवेदी ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में हालातो में सुधार आया है। जम्मू कश्मीर में आए दिन हो रही आतंकवादी घटनाओं के चलते ना तो स्कूल कॉलेज खुल पाते थे ना ही विकास कार्यों समस्याओं को लेकर सरकारी ऑफिसों में समय से काम नही हो पाता था।
भारत सरकार चिंतन मनन करें
आर्टिकल 370 हटाने के बाद जम्मू कश्मीर विकास एवं खुशहाली की तरफ दौड़ रहा है। वही पाक अधिकृत पीओके में शारदा सर्वज्ञ पीठ कश्मीर को लेकर भारत सरकार चिंतन मनन करें ताकि शारदा सर्वज्ञ पीठ का जीर्णोधार किया जा सके। वही अयोध्या से पधारे स्वामी मिथिलेश नंदिनी शरण महाराज ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में युवा पीढ़ी को सत्य सनातन पथ पर चलने का आह्वान अपने चिर परिचित अंदाज़ में कर कार्यक्रम की भव्यता में चार चांद लगा दिया।
जम्मू कश्मीर लोक सेवा आयोग के चेयरमैन सतीश चंद्रा ने कहा कि शारदा सर्वज्ञ पीठ कश्मीर के पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अमृतानंद देव तीर्थ जो कश्मीर में कार्य कर रहे है वो सराहनीय है।