क्रिसमस 2024 के अवसर पर मेरठ के पास स्थित ऐतिहासिक सरधना चर्च में हर्षोल्लास और भव्यता के साथ उत्सव मनाया गया। चर्च को रंग-बिरंगी रोशनी और अद्भुत सजावट से सुसज्जित किया गया, जिससे इसकी खूबसूरती और भी बढ़ गई।
चर्च की विशेषता:
- स्थापना: सरधना चर्च को बेगम समरू ने लगभग 201 साल पहले बनवाया था।
- महत्व: यह चर्च न केवल ईसाई धर्म के अनुयायियों का तीर्थस्थल है, बल्कि यह अपनी भव्यता और कला के बेजोड़ नमूने के लिए भी जाना जाता है।
- आस्था का केंद्र: इसे कृपाओं की माता मरियम का तीर्थस्थान माना जाता है और हर साल हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं।
क्रिसमस कार्यक्रम:
- विशेष प्रार्थनाएं:
- दो दिवसीय वार्षिक महोत्सव के तहत विशेष प्रार्थनाएं आयोजित की गईं।
- प्रार्थना सभा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
- भव्य सजावट:
- चर्च परिसर को रंगीन रोशनी और लाइटिंग से सजाया गया।
- चर्च के अंदर और बाहर भव्य पंडाल लगाए गए।
- आधीरात प्रार्थना:
- आधीरात को येशू के जन्म का जश्न मनाया गया।
- इस दौरान चर्च में घंटियों की गूंज और भजनों की धुन ने माहौल को और पवित्र बना दिया।
- मेला और मनोरंजन:
- चर्च परिसर के बाहर मेला लगा, जिसमें झूले, दुकानें और विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गईं।
- श्रद्धालुओं ने धार्मिक आयोजन के साथ-साथ मेले का भी आनंद लिया।
ऐतिहासिक महत्व:
सरधना चर्च का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व इस आयोजन को और भी खास बनाता है। यह चर्च न केवल ईसाई समुदाय के लिए, बल्कि हर धर्म के लोगों के लिए आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।
श्रद्धालुओं का उत्साह:
क्रिसमस की पूर्व संध्या पर चर्च में उमड़ी भीड़ ने इस ऐतिहासिक स्थल के महत्व और येशु मसीह के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाया।
सरधना चर्च का यह उत्सव क्रिसमस के आनंद और शांति के संदेश को पूरे क्षेत्र में फैलाने का माध्यम बन गया।