(www.hapurhulchul.com) करियर किसी भी विद्यार्थी की जिन्दगी का एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव होता है। छात्रों को अपने जीवन में निश्चित सफलता के लिये स्कूल से ही प्रारम्भ करना चाहिए अपना करियर प्लान यह बात जेo एमo एसo ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, हापुड के डायरेक्टर जनरल प्रोफेसर डॉ सुभाष गौतम ने सभी प्राध्यापकों एवं स्टाफ को सम्बोधित करते हुए अपने व्याख्यान में कही। डॉ गौतम ने कहा कि विभिन्न बोर्ड के रिजल्टस आ चुके है।
ऐसे में विद्यार्थियों के सामने बड़ी उलझन होती है कि वो कौन सा कोर्स व कालेज का चुनाव छात्र-छात्राये अपनी उच्च शिक्षा पूर्ण करने के लिए चुने। प्रोफेसर सुभाष गौतम का यह आर्टिकल छात्रों के इसी भ्रम को दूर करने में सहायक सिद्ध होगा। ऐसे छात्र छात्राओं के लिए जेo एमo एसo ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस हापुड में बी०बी०ए०, बी०सी०ए०, बी०ए०, बी०कॉम०, बी०एस०सी०, पॉलिटेक्निक, बी०टेक०, बी०फार्म, डी०फार्म, एम०बी०ए० तथा एम०सी०ए० आदि कोर्सो की करियर काउंसलिंग जेo एमo एसo ग्रुप में रोजाना प्रातः 10:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक विषय विशेषज्ञो के अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर ऑर्गनाइज की जा रही हैं।
जिसमे प्रतिदिन छात्र छात्राएं दूर दराज से आकर अपने प्रश्नों के उत्तर पाकर अपने आप को पूर्ण रूप से संतुष्ट महसूस करते हैं । एक समय था जब विद्यार्थियों के समक्ष सीमित विकल्प ही होते थे, लेकिन आज उनके समक्ष अनेकों विकल्प है सही विकल्प का चयन ही उसके भविष्य की दिशा तय करता है।
विद्यार्थी को सही कोर्स चुनने से पहले निम्न कुछ बिन्दुओं पर अवश्य विचार करना चाहिए :-
1- उपलब्ध विकल्पों की जानकारी:- सर्वप्रथम छात्र-छात्राओ को अपने समक्ष उपलब्ध सभी विकल्पों की एक सूची बनानी चाहिए तथा उन सभी विकल्पों की जानकारी एकत्रित करनी चाहिए ।
2- अपने गुणों व् काबिलियत का मूल्याकंन:- विद्यार्थी को यह समझना होगा कि वह किस कोर्स में अपनी विशेष रूचि रखता है। और क्या उस कोर्स के अनुरूप काबिलियत रखता है या नहीं। वैसे अथक मेहनत व रूचि के आधार पर विद्यार्थी अपनी काबिलियत के स्तर को बढ़ा सकता है।
3- कोर्स से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण जानकारी:- विद्यार्थी को यह जानना चाहिए कि उपलब्ध विकल्प कोर्स करने के पश्चात् छात्र को किस क्षेत्र में अपना करियर बनाने का अवसर प्राप्त हो सकता है। वर्तमान व भविष्य में इन क्षेत्रों के विकास की क्या सम्भावनाऐं है। उपलब्ध विभिन्न कोर्स किए हुए विद्यार्थी को रोजगार प्रतिशत की जानकारी भी प्राप्त करनी चाहिए।
जीवन और करियर में सफलता का मुख्य कारक सही प्रबन्धन, रचनात्मकता, सकारात्मक सोच और प्रायोगिक प्रयास आदि का सम्मिश्रण है। अतः हमें ऐसी जीवन शैली जीने की कोशिश करनी चाहिए। जिसमें इन सभी व्यवहारिक एवम् सैद्धान्तिक गुणों का समावेश हो करियर की इस भाग-दौड़ में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता। हर कोई अपने सपनों को साकार करना चाहता है कि यह कहना गलत नही होगा कि छात्र अपने स्कूल के समय से ही अपने सपनों या अपनी रूचि के अनुसार भविष्य में आगे बढ़ने की कोशिश करने का प्रयास करें।
छात्रों को अपनी प्रतिभा के बारे में अपने माता-पिता एवम् शिक्षकों के साथ अपने विचारों एवम् सपनों पर चर्चा करनी चाहिए। यदि आप चाहे तो अपने दोस्तों या अपने सीनियर्स से भी अपने करियर प्लान के विषय में विचार ले सकते है। जोकि आपके भविष्य के लिये काफी मददगार साबित होगें। इस प्रकार यदि प्रारम्भिक समय में ही छात्र अपनी रूचि के अनुसार अपने करियर के लिये तैयारियाँ शुरू कर दें तो आने वाले समय में छात्र अपने बहुमूल्य समय को बचा सकता है। इस प्रकार जब आप अकादमिक शिक्षा को पूर्ण कर लेगे तो आपके पास अपने करियर से जुड़े काफी विकल्प मौजूद होगें और आप उनमें से सर्वोत्तम विकल्प के साथ आगे बढ़ सकते है ।
स्कूल के दिन छात्रों के भविष्य की नींव के सामान होते है जहाँ न केवल वे विभिन्न विषयों के बारे में पढ़ते है बल्कि अपनी प्रतिभाओं और उनके विकल्पों के बारे में सोच विकसित करते है और एक सही दिशा चुनने की कोशिश करते है । दरअसल सभी सफल व्यक्तियों के पास अपने जीवन के प्रारंभिक दौर में करियर के लक्ष्य का एक स्पष्ट दृष्टिकोण होता है। उपयुक्त प्रश्न केवल नौकरी के लिये अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न नहीं है। इन सवालों का जवाब किसी व्यक्ति की दूरदर्शिता की जॉच करता है। कि कैसे हम एक वास्तविक लक्ष्य बनाकर उसे प्राप्त कर सकते है ।
करियर गोल क्या है— करियर का लक्ष्य मूल रूप से एक विशेष समय सीमा के अन्दर में अपने आपको शैक्षणिक और पेशेवर तौर पर स्थापित करना होता है।
प्रोफेसर (डॉ०) सुभाष गौतम
डायरेक्टर जनरल
जेo एमo एसo ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, हापुड