
हापुड़- गंगा एक्सप्रेसवे पर लगेंगे अलार्म सेंसर
गढ़मुक्तेश्वर | 24 मई 2025 — उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जनपद हापुड़ की सीमा में लगभग 80 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे न केवल प्रदेश की कनेक्टिविटी को सशक्त बनाएगा, बल्कि इसमें सड़क सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का भी समावेश किया जा रहा है।
सबसे खास बात यह है कि अब गंगा एक्सप्रेसवे पर अलार्म सेंसर युक्त सड़क पट्टियाँ लगाई जाएंगी। अगर रात में वाहन चालक को झपकी आती है और वाहन इन पट्टियों पर चढ़ता है, तो अलार्म बज जाएगा, जिससे चालक सतर्क हो सकेगा और संभावित दुर्घटना को टाला जा सकेगा। इस तकनीक से विशेष रूप से रात के समय होने वाले हादसों में भारी कमी आने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने स्वयं किया था निरीक्षण
करीब 20 दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं गंगा एक्सप्रेसवे के कार्य की प्रगति का जायजा लिया था। उन्होंने शंकराटीला गांव (तहसील गढ़मुक्तेश्वर) में पहुँचकर निरीक्षण किया और निर्माण एजेंसियों को गुणवत्ता और समयसीमा पर ध्यान देने के निर्देश दिए।
गंगा एक्सप्रेसवे हापुड़ जनपद के इन गांवों से होकर गुजरता है:
हापुड़ तहसील:
टियाला, वझीलपुर, खड़खड़ी, मलकपुर, मुरादपुर निजामसर, आलमगीरपुर, मुजफ्फरा बागड़पुर, औरंगाबाद, मुक्तेश्वरा, श्यामपुर जट्ट, सलारपुर, माधापुर, हाजीपुर, दयानतपुर, उदयपुर, नली हुसैनपुर।
गढ़मुक्तेश्वर तहसील:
दतियाना, न्याजपुर खैय्या, शुक्लमपुरा, भगवानपुर, अकबरपुर, फरीदपुर, नवादा कला, सिखैड़ा, कुचेसर रोड चौपला, बनखंडा, बंगौली, पीरनगर, राजपुर, टोडरपुर, हिम्मतपुर, बिलाहरा, जखेड़ा रहमतपुर, चुचावली, भैना सदरपुर, ढोलपुर, अलीपुर, वाहपुर ठेरा, नेकनामपुर नानई, चांदनेर, शेखमीर, बहादुरगढ़, पसवाड़ा, भदस्याना, आलमनगर, बरारी, लहडरा, नवादा खुर्द, शेरपुर।
उम्मीदें और सुरक्षा
गंगा एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। सुरक्षा तकनीकों जैसे अलार्म सेंसर, सीसीटीवी नेटवर्क, और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम इस हाईवे को भविष्य का सबसे सुरक्षित एक्सप्रेसवे बनाने की दिशा में बड़ा कदम माने जा रहे हैं।
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