
हापुड़, 6 मई 2025 — गन्ना समिति हापुड़ में करीब पौने पांच करोड़ रुपये के गबन मामले की जांच अंतिम दौर में पहुंच गई है। इस प्रकरण में गठित पांच सदस्यीय जांच समिति मंगलवार को अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी (डीएम) को सौंपेगी, जिसके बाद एफआईआर दर्ज किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सोमवार को गन्ना समिति के चेयरमैन और डिस्ट्रिक्ट केन ऑफिसर (डीसीओ) ने डीएम से मुलाकात कर मामले से जुड़े प्रारंभिक साक्ष्य प्रस्तुत किए। यह मामला वर्ष 2020 के बाद सामने आया, जब चार वर्षों तक समिति में चुनाव नहीं हुए और इसका संचालन अधिकारियों की देखरेख में होता रहा।
इस दौरान लिपिक भरत कश्यप को वित्तीय कार्यों की जिम्मेदारी दी गई। आरोप है कि उसने बिल-वाउचर पर फर्जी हस्ताक्षर कर करीब 4.75 करोड़ रुपये का गबन कर लिया। समिति के सचिव ने घटना सामने आने के बाद सिर्फ लिपिक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिससे अन्य अधिकारियों की संलिप्तता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, जांच समिति की रिपोर्ट में यदि अन्य कर्मियों की लापरवाही या मिलीभगत पाई जाती है, तो उनके खिलाफ भी आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज हो सकता है।