
हापुड़ जनपद के पिलखुवा क्षेत्र के गांव सिखैड़ा निवासी सेना के जवान हवलदार निरंजन सिंह (30 वर्ष) का कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। बीते दो वर्षों से वह बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
देशभक्ति गीतों और तिरंगा यात्रा के साथ छिजारसी टोल प्लाजा से उनका पार्थिव शरीर सम्मानपूर्वक गांव लाया गया। हजारों ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों ने अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें अंतिम विदाई दी।
हवलदार निरंजन सिंह ने 2012 में नागपुर से सेना में अपनी सेवा की शुरुआत की थी। बीमारी के चलते उन्हें दिल्ली स्थानांतरित किया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनके पिता हरवीर सिंह सीआईएसएफ में सब-इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत्त हैं। निरंजन सिंह अपने पीछे पत्नी भारती, एक बेटी और एक बेटे को छोड़ गए हैं। बड़े भाई मनमोहन सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी।
गांव के लोगों ने नम आंखों से देश के इस सपूत को अंतिम सलाम किया।