
परिजनों के अनुसार, गुजरात में मजदूरी करने वाले छात्रा के पिता उस समय बाहर थे, जबकि मां गोबर पाथने गई हुई थी। छोटी बहन और भाई को सब्जी लाने भेजने के बाद छात्रा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और फांसी लगा ली।
परिजन जब लौटे तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पिता ने आरोप लगाया कि गांव का एक युवक छह महीने से बेटी को परेशान कर रहा था। शिकायत करने पर युवक के परिजन मारपीट पर उतारू हो जाते थे।
महाराजपुर इंस्पेक्टर संजय पांडेय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगाने की पुष्टि हुई है। हालांकि, परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।