
गाजियाबाद पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है। बरात में लूटपाट करने वाला यह गिरोह काफी सक्रिय था और खासतौर पर शादाब का पुराना आपराधिक इतिहास इसे और खतरनाक बनाता है।
शादाब के जेल से छूटने के बाद फिर से अपराध में लिप्त होने से यह साफ है कि ऐसे अपराधियों पर कड़ी नजर बनाए रखने और सख्त कानूनी कार्रवाई करने की जरूरत है। पुलिस की मुस्तैदी से यह गैंग पकड़ में आ गया, जिससे आगे होने वाली कई घटनाओं को रोका जा सका।
क्या आप जानना चाहेंगे कि इस मामले में आगे पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है, या शादाब और उसके गैंग पर कोई और गंभीर धाराएं लगाई गई हैं?