
Kanpur- पिटाई की धमकी से सहमे 7वीं के छात्र ने दी जान, फंदे से लटका मिला शव एक परिवार पर धमकाने का आरोप
यह घटना बेहद दुखद और चिंताजनक है। कानपुर के हनुमंत विहार इलाके में सातवीं कक्षा के छात्र धनंजय राज की आत्महत्या ने समाज में बढ़ती बदमाशी (बुलीइंग) और धमकियों के गंभीर परिणामों को उजागर किया है।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
छात्र ने पड़ोस में झगड़ते दो छोटे बच्चों को छुड़वाया, जिसके बाद एक बच्चे की मां ने उसे थप्पड़ मारे।
जब छात्र की मां और बुआ विरोध करने गईं, तो महिला के परिवार वालों ने उन्हें झगड़े में घसीट लिया और बच्चे को फिर से पीटने की धमकी दी।
डर और दहशत में आकर छात्र ने फंदा लगाकर जान दे दी।
परिवार का आरोप है कि धमकियों के कारण ही धनंजय ने यह कदम उठाया।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
मामले से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल:
बदमाशी और धमकी देने वालों पर क्या कार्रवाई होगी?
क्या स्कूल और समाज में ऐसे मामलों को रोकने के लिए पर्याप्त जागरूकता है?
पुलिस इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाएगी?
इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि बच्चों की मानसिक स्थिति, धमकियों का प्रभाव और समाज में संवेदनशीलता की कमी को लेकर गंभीर चर्चा की जरूरत है।