

गौवंश को पराली खिलाने से होने वाली बीमारियों और गोआश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को लेकर हुई इस बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। खासकर, गोवंश को पराली खिलाने से होने वाले “डगनाला” रोग पर जो चेतावनी दी गई, वह महत्वपूर्ण है। प्रशासन द्वारा हरा चारा, भूसा और चोकर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इसके अलावा, शेखपुर खिचरा में बन रहे नवीन वृहद गौ संरक्षण केंद्र के निर्माण कार्य में तेजी लाने और नवीन भूमि के प्रस्ताव लाने पर जोर दिया गया है, ताकि निराश्रित गोवंशों के लिए अतिरिक्त आश्रय स्थल बनाए जा सकें।
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