

यह घटना स्वास्थ्य सेवा से संबंधित एक गंभीर मामले को उजागर करती है, जिसमें नवजात की मौत के बाद अनियमितताएं और लापरवाही सामने आई हैं। जुल्फेकार की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई सही दिशा में एक कदम है, लेकिन यह मामला अस्पतालों और क्लीनिकों में मरीजों के साथ होने वाली अनियमितताओं को लेकर भी सवाल खड़ा करता है।
नवजात की मौत की वजह से संबंधित अस्पताल और क्लीनिक पर कार्रवाई करना आवश्यक था ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह भी महत्वपूर्ण है कि इस प्रकार की घटनाओं के बाद जांच और चिकित्सा संस्थानों के मानकों को सुनिश्चित किया जाए।
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