

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के बोरखेड़ा गांव में IDFC FIRST Bank और आनन्दा फाउंडेशन के सहयोग से “श्वेतधारा” कार्यक्रम और “जोविता मिल्क प्रोड्यूसर्स कंपनी” का शुभारंभ किया गया। इस पहल का उद्देश्य डेयरी किसानों और महिला किसानों को सशक्त बनाना और उनकी आय में वृद्धि करना है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन आनन्दा फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. आर. एस. दीक्षित, IDFC FIRST Bank की CSR प्रमुख सुश्री रचना अय्यर और CSR मैनेजर श्री ललित वेदुला ने किया। इस मौके पर जोविता मिल्क प्रोड्यूसर्स कंपनी के सदस्य किसानों को शेयर सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कंपनी ने डेयरी किसानों की सहायता के लिए विभिन्न सुविधाओं की शुरुआत की, जिनमें शामिल हैं:
पशु आहार, मिनरल मिक्सचर और कपासिया खली का उद्घाटन, जिससे दूध उत्पादन और पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
“जोविता रथ” की शुरुआत, जो किसानों को डेयरी संबंधित जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
सुश्री रचना अय्यर (CSR प्रमुख, IDFC FIRST Bank) – “यह परियोजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय में वृद्धि करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगी।”
डॉ. आर. एस. दीक्षित (संस्थापक, आनन्दा फाउंडेशन) – “श्वेतधारा और जोविता जैसी पहल ग्रामीण भारत में सकारात्मक बदलाव लाने में मील का पत्थर साबित होंगी।”
कार्यक्रम में IDFC FIRST Bank, आनन्दा फाउंडेशन और जोविता मिल्क प्रोड्यूसर्स कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (रम्भा, रानी कटारिया) सहित कई प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं।
इस पहल के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के डेयरी किसानों और महिला किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए निरंतर सहयोग दिया जाएगा। यह IDFC FIRST Bank और आनन्दा फाउंडेशन की किसानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।