

इस मामले में न्यायालय का फैसला 25 साल बाद आया है, जो न्यायिक प्रक्रिया की धीमी गति को दर्शाता है, लेकिन इसके साथ ही यह भी प्रमाणित करता है कि कानून की पकड़ से कोई भी बच नहीं सकता। हापुड़ पुलिस की प्रभावी पैरवी ने यह सुनिश्चित किया कि दोषी को सजा मिले।
मामले का संक्षिप्त विवरण:
यह मामला पशु क्रूरता और अवैध पशु कटान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संदेश देता है। हालांकि, यह घटना न्याय प्रक्रिया की गति को तेज करने की आवश्यकता पर भी ध्यान आकर्षित करती है ताकि न्याय शीघ्रता से सुनिश्चित हो सके।